कुंडली में ग्रहों के दोष और उनका निवारण: जानिए क्या करें

हमारी जन्म कुंडली हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित करती है, और इसमें मौजूद ग्रहों की स्थिति हमारे भाग्य का निर्धारण करती है। ज्योतिषशास्त्र में ग्रहों की स्थिति और उनका प्रभाव हमारे जीवन की दिशा तय करते हैं। कभी-कभी कुंडली में कुछ ग्रहों के दोष उत्पन्न होते हैं, जिनके कारण जीवन में परेशानियाँ आ सकती हैं। लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है, क्योंकि ज्योतिष में इन दोषों के निवारण के उपाय भी दिए गए हैं। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि कुंडली में ग्रहों के दोष क्या होते हैं और उनका निवारण कैसे किया जा सकता है। 1. राहु और केतु के दोष: राहु और केतु को "छायाग्रह" कहा जाता है। इन ग्रहों का प्रभाव व्यक्ति के जीवन में अस्थिरता, उलझन, और मानसिक तनाव ला सकता है। इन ग्रहों के दोष से व्यक्ति को स्वास्थ्य समस्याएँ, पैसों की कमी और रिश्तों में समस्याएँ आ सकती हैं। निवारण: राहु और केतु के दोष को शांत करने के लिए इन ग्रहों के रत्न पहने जा सकते हैं। राहु के लिए "लैब्राडोराइट" और केतु के लिए "पुखराज" पहनना लाभकारी हो सकता है। इन ग्रहों के प्रभाव से बचने के लिए नियमित रूप से हनुमान च...